श्रद्धांजलि बाबा को

अपने शब्दों से निर्मित कर छोटी सी कविता से दूं आपको श्रद्धांजलि।
मिले आपके आत्मा को शांति यही है प्रार्थना।
आत्मा के नये सफर में सुगम पथ हो आपका।
न फूल न फल न रोली न चंदन,
करुं आपका अभिनंदन कुछ शब्दों के वन्दन से।
प्राण एक संगीत है, जीवन सृष्टि संचालन का गीत।
यही सच है कल तक साथ रहा था आपका, अब बस आशिर्वाद रहेगा आपका साथ।
सर्वहित में सरल सुगम पथ हो आपका।
आत्मा न अच्छे बुरे किये कर्मों से कभी हो भयभीत।
प्राण एक संगीत है, जीवन सृष्टि संचालन का गीत।
अश्रु सूखे खुशियाँ बिखरे कुटुंब में यही हो सेवा का प्रतिफल।
अमर कहाँ है कोई जग में नश्वर है शरीर, शब्दों की दृढ़ता से पूर्वजों में सम्लित हुआ आपका नाम।
नाम से अब आपके हम, अपने वंशजों से गाथा कहेंगे।
जो समय की मांग है आपके आशिर्वाद से वंश बढ़ाने वाले का हो आगमन।
आत्मा की नवीनता में स्वर्ग में हो वास।
जीवन सृष्टि संचालन का गीत है, प्राण एक संगीत है।
😭रजनी अजीत सिंह 11.1.2019😭

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