चमकेंगे हम ऐसे इस साल में,
चमकते हैं जैसे सितारे आसमान में।
लिखना हमें है स्वदेश को अपने कहानी में,
देश को बचाना है अपने आग की लपटों से खून के धब्बों से।
देखो नया साल आ गया कुछ संकल्प ले, कर गुजरने को।
जिंदगी में कुछ अँधेरा कुछ उजाला यह नियति का खेल है।
मिलतीं रहे खुशियाँ सबको हर हाल में,
दो चार बोल प्यार का सबसे मिलता रहे नये साल में।खुशियों के उजालों को लिखूँ मैं शब्दों से,
जैसे जिंदगी के झरोखे से झाँक रहे खुशियों के पल हों।
देखो फिर नया साल आ गया कुछ संकल्प ले, कर गुजरने को।
रजनी अजीत सिंह 1.1.2020
नये साल की नयी उम्मीदों के साथ नये साल की हार्दिक शुभकामनाएं ।
महीना: दिसम्बर 2019
नये साल की नई उम्मीद
अरे! नये साल में नयी उम्मीदें लेकर आया नया साल।
अरे! सबको बधाई नये साल की, मम्मी – पापा ,भाई-बहना, दीदी-जीजा, चाचा-चाची बेटी-बेटा सबको ही।
अरे! जो साथ रहे हैं उनको भी, जो दूर रहे हैं उनको भी, जो देश में है उनको भी, जो विदेश बसे हैं उनको भी।
अरे! जो दोस्त बने हैं उनको भी, जो बिछड़ गए हैं उनको भी।अरे! सबको बधाई-सबको बधाई मेरी तरफ से सबको बधाई।
रजनी सिंह 1.1. 2017
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