भजन करो मस्त जवानी में बुढ़ापा किसने देखा है।
जब तुम बुढ़े हो जाओगे आँख के अंधे हो जाओगे।
दर्शन करो मस्त जवानी में बुढ़ापा किसने देखा है।
भजन करो मस्त जवानी में बुढ़ापा किसने देखा है।
जब तुम बूढ़े हो जाओगे कान से बहरे हो जाओगे।
भजन सुनो मस्त जवानी में बुढ़ापा किसने देखा है।
जब तुम बूढ़े हो जाओगे हाथ से लूल्हे हो जाओगे।
दान करो मस्त जवानी में बुढ़ापा किसने देखा है।
जब तुम बूढ़े हो जाओगे पैर से लंगड़े हो जाओगे।
तीर्थ करो मस्त जवानी में बुढ़ापा किसने देखा है।
जब तुम बूढ़े हो जाओगे ह्रदय से मैले हो जाओगे।
ह्दय में प्रभु को बसा लो तुम बुढ़ापा किसने देखा है।
भजन करो मस्त जवानी में बुढ़ापा किसने देखा है।
sach Rajni ji aapne waise bhi khuda ko jawani me ki gayi ibadat sabse jyada pasand hai na ki budhape kya kyoki jawani wah padav hai jaha man idhar udhar bhagta rehta hai yah har manushya ke zindagi ka sabse qimti pal hota hai
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Wah Rajni mam.. apje vichar mujhe bahot prabhavit krte Hain.. shukriya itni acchi lines sanjha krne k liye 🙂
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धन्यवाद दीप्ति जी जो आपको मेरे विचारों से प्रभावित हुई।
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Sahi baat…bhajan jawaani me jyada jaruri h
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धन्यवाद आपका जो आपने पढ़ा और सराहा। पुढापे में सारी इन्द्रियां शिथिल हो जाती है। इस लिए ऐसा लिखा गया है।
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Ji bilkul
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वाह, क्या खूब बात कही है। मैं आपसे साहमात हूँ। 🙂
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जी अक्सर लोग ये कहते उम्र समयहोगा तब पूजा पाठ करना चाहिएऔर दान पुण्य।इसलिए भाव आ गया तो लिख दी।
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उम्र आने पर ना जाने क्या स्थिति होगी . इसलिये जो कल करना है वह आज करो ….😊
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bahut khubsurat rachna hai Rajni ji aapne jo kaha sahi kaha ki bhudhape me kya bhakti karna karna hai to jawani me karo
kyoki Quraan me Ham sab ke Nabi farmate hai ki Allah ko jawani me ki gayi ibaddat sabse jyada pasand hai kyoki yahi wah umr ka padaw hai jaha insaan sabse jyada bhatakta hai behakta hai
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kyaa khub likhaa hai aaj aapne ……..padhkar kitna majaa aayaa likh nahi saktaa….wah…wah .www.aaaaah.
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धन्यवाद मधुसूदन जी। इतने अच्छे विचार और शब्दों से मेरे ब्लॉग पर कमेंट के द्वारा सजाने के लिए।
👌👏💐
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bahut hi umda likha hai…….kisi ke dil se bhi waah niklegaa jise koyee bhi muh apne andar nahi rakh saktaa…..punah ….wah…..sukriya…
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मधुसूदन जी माफी चाहूंगी दिल से निकली बातें मैं एक्सेप्ट नहीं करती।
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इसलिए दिल की जगह मन शब्द यूज कर सकते हैं। क्योंकि दिल से कहने का हक सिर्फ पति को दिया है क्योंकि मैं नये जनरेशन की तरह नहीं मैं एक पतिव्रता स्त्री हूँ।
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बाते तो दिल से ही निकलती है—दिमाग की बातें बनावटी होती है।भगवान के दिल पर भी विजय भक्तों ने पाया है दिमाग पर नही।मा–बहन,भाई किसी से भी प्रेम दिल से ही होता है।दिमाग सिर्फ कमाना और फरेब जानता है।ये मेरा मत है। हो सकता है आपके मत से ना मिले माफी चाहूंगा।दिल मे जो आया सो लिख दिया।
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मैं ही हिंदी से एम. ए. किया है इसलिए कह रही हूँ। जैसे रजनी का पर्याय वाची रात और विभावरी होता है। लेकिन अर्थ बदल जाता है। रात्रि को रात और रजनी कहा जाता है और विभावरी भोर के समय को कहते हैं। वही माईनर सा फर्क दिमाग और मन में है।
जैसे पुराने गीत गानों उदाहरण देते हुए समझाती हूँ।
तोरा मन दर्पण कहलाये भले बुरे सारे कर्मो को देखे और दिखाए की जगह तोरा दिमाग दर्पण कहलाये तो नहीं कह सकते न। उम्मीद करती हूं नाराज होने के बजाय शब्दों के फर्क को समझने का प्रयास करेंगे।
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सत्य हैं दी।
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Yes that’s true we need to bhajan n simran while young.
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Keep it up. 👍💐
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Thanks
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धन्यवाददी बताने के लिए। इसके भाव बहुत ही सुंदर हैं। सच में सुनकर मुग्ध होना लाजमी हैं।
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मेरे पास लोक में प्रचलित गीत गानों का अम्बार है। इसी तरह मेरे पास मीरा पर इंगित भजन है उसे लिखकर पोस्ट करती हूं। वैसे मेरे जागने समय सीमा समाप्त हो गया है परंतु बच्चों के दो दिनों की छुट्टी है इसलिए जग सकती हूँ।
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धन्यवाद दी इतने प्यारी भक्ति गीत को हमसे साझा करने के लिए।
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यही विश्वास भी करती हूं ऐसा हुआ कुछ रिश्ते के विच तो मन से निभाने वाले रिश्तों पर से विश्वास ही उठ जाएगा।
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दोस्ती और रिश्ते जांच परख की जाती है। हो सकता है आपकी छोटी सी परिक्षा ली गई हो कि गलतफहमी होने पर भी आप अपने रिश्तों को कैसे हैंडिल करोगे।
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आपकी बात से सत प्रतिशत सहमत हैं दी।
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आपकी इस कविता को पढ़कर लगता हैं दी कि आपने युद्ध का शंखनाद कर दिया हैं। बहुत ही सुंदर प्रयास हैं यो दी और हमें पूर्ण विश्वास की विजय अच्छाई की ही होगी फिर चाहे युग कोई भी क्यूँ ना हो।
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अरे पवन भाई ये कविता नहीं है। ये हम औरत जो भजन कीर्तन गाते हैं। उसी में का एक है। मैं और मेरीकृष्णा बुआ मिल कर गाते हैं तो सुनने वाले मुग्ध हो भाव विभोर हो जाते हैं।
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धर्मयुग कहो भाई। मुझे भी ऐसा फिल हुआ आपके कमेंट से। धन्यवाद पवन भाई।
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Woahh man!! Brilliant peace of writing. This blog is 💯💯💯❤.please visit my too it will be my pleasure that gr8 bloggers like you visiting. But still dude you rock. 🙇🙇🙇🔥
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Thanks for appreciation
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