“हम ऐसे धर्म को निकाल फेकें,
जो एक विधवा के आँसू नहीं पोंछता,
और भूखे गरीब को भोजन नहीं देता।”
स्वामी विवेकानंद
“हम ऐसे धर्म को निकाल फेकें,
जो एक विधवा के आँसू नहीं पोंछता,
और भूखे गरीब को भोजन नहीं देता।”
स्वामी विवेकानंद
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Very true
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Today religion is playing its negative role. Yes, let’s keep it away.
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Thank you.
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