~  जिंदगी में  दर्द( 4.5.17) 

दर्द वो है जो कभी दिखाई न दे।

दर्द वो है जो कभी  सुनाई न दे। 

दर्द का एहसास उसे होता है जो उससे गुजरा हो। 

दर्द का  एहसास उसे होता है जो चेहरा देख पढ़ लेता हो। 

दर्द का एहसास तब होता है जब कोई इतना करीब हो कि एक को चोट लगे तो दूसरे को दर्द का एहसास हो। 

वर्ना दर्द वो है जो  दर्द कभी दिखाई  न दे। 

दर्द वो है जो कभी सुनाई न दे। 

दर्द वो है जिसे नापने का कोई पैमाना नहीं। 

दर्द बस दर्द है इसका न ओर है न छोर है। 

दर्द बस दर्द है, दर्द ही दर्द है इसे बस सम्हाल रखना। 

क्यों कि यह बस एहसास है इसे शब्दों से ब्या नहीं करते। 

          रजनी सिंह 





17 विचार “     ~  जिंदगी में  दर्द( 4.5.17) &rdquo पर;

        1. एक दूसरे के पोस्ट को पढ़ने से ही अनुभव और लिखने का भाव आता है। लेखनी की गरिमा विचारों और भावनाओं पर ही टिकी हुई है। इसी तरह पढकर सूचित करते रहिए। एक बार फिर से मेरे ब्लॉग को फॉलो करने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया।

          Liked by 2 लोग

    1. बहुत ही अच्छा अर्ज किया है लेकिन दर्द के प्रकार अनेकों हैं दिल या मन का दर्द तो कागज तक पहुंच जाता है जो हल्का हो जाता है पर कुछ दर्द केवल झेलना पड़ता है जो सूर्ख लाल
      स्याही हो या नीला या काला कोई फर्क नहीं पड़ता है। अपने हिस्से का दर्द खुद ही सहना पड़ता है।।

      Liked by 2 लोग

टिप्पणियाँ बंद कर दी गयी है।