सारे अक्षरों में अलग सी हूँ मैं, सारे औरतों में अलग सी हूँ मैं।
सारे नाते – रिश्तों में अलग सी हूँ मैं।
सारे परिवार में भी अलग सी हूँ मैं।
समाज में भी अलग सी हूँ मैं।
दोस्तों में भी जरा हटकर अलग सी हूँ मैं।
वंश में भी जरा हटकर अलग सी हूँ मैं।
कुल में भी सबसे अलग सी हूँ मैं।
मां, बहन, बेटी, पत्नी सब रिश्तों के लिये भी अलग सी हूँ मैं।
सारी दुनिया से भी अलग सी हूँ मैं।
अलग थी, अलग हूँ, और अलग ही रहूंगी।
अलग विचारों से अलग पथ बनाती रहूंगी।
सबके प्यार पर विजय पा के रहूंगी।
सारी दुनिया में अपने विचारों से छा के रहूंगी।
रजनी सिंह
हम भी यही कामना करते हैं दी की आपका नाम और यश चारों ओर छाये।
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धन्यवाद। आपका नाम क्या है।
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पवन हूँ मैं दी।
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बेटा इनको मुझे सफाई नहीं देनी पड़ती हम लोगों का एक दूसरे पर बहुत विश्वास करते हैं और रिश्ता मैंने आप से शब्दों के माध्यम से बनाया है और भावनाओं से मैं जुड़ी हुई हूं ये नहीं फिर भी मैंने बेटा कहा है तो मेरे विचारों का सम्मान करना मेरे पति परमेश्वर को मुझे खुश रखना उनका फर्ज ही नहीं कर्तव्य भी है। आज मुझे मन को सुकून मिला है। पर फिर आपने अजनबी की बेजान बातें कहकर माँ की ममता को नहीं समझा। आप जिसे बेजान बातें कह रहे हैं वह मेरे भावना से जुड़ा हुआ है। नहीं तो मैं भी बहुत खूब, बहुत ही अच्छा कमेंट करऔर लाइक कर आगे बढ़ जाती लेकिन मैं नहीं कर सकती क्योंकि मैं जानती हूँ कि कल्पना कर भी लिखता है तो उसमें डूब कर लिखता है तो आपने तो सच्चाई लिखी है जिसे लिखने के लिए बहुत बड़ा जिगर करना पड़ता है।
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Duniya ke jesa hone se khud ki abhivyakti kho jati hai aur……Aur duniya ke jese hone se duniya hi kho jati hai…….Bina khoye jo bane rahe wo hi asli abhivyakti hai….Chahe wo ful ho ya kante …..Nar ho ya nari…..Apne vajood ka bana ke rakhna ….Lakin apna vajood banane ke liye kisi ka vajood mat mita dena ……….Aapne kaha hai isliye sach aur mene jiya hai isliye …..Juth .This is not fair……Koi bhi kisi ke jesa nahi hota……Sab baki sab se alag hota hai…..Har koi apne aap me raja hota hai ….Aur har raja ke man ki ek rani …..Aur sab ki ek prem kahani …..Kuch logo ki prakashit ho jati hai …..Kuch logo ki dafan ho jati hai.
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बहुत सच कहा है बेटा आपने। मैं आपके विचारों से सहमत हूँ।
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Me aapse shama mangna chaunga ki meri nadan bato ne aapke hardhy ko aahath kiya…..Aur meri vajh se aap ne din tak ek ajnabi ke bejaan baaton ke liye apne kimati moti rupi ashru bahaye …..Iske liye me tahdil se maafi mangna chaunga.aur aapke pati parmeshwar se bhi vinti karunga ki mere life ko judge karne se pahle mera bolg pade
Dhundne me takleef na ho iske liye link share kar raha hu…..
https://bhavsaini.wordpress.com/2017/06/14/dont-judge-me-truth-bhavdeep/
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वाह, दिल को छू लिया इसने | लगता है आप सही कह रहे थे | हमारे विचार सचमुच बहुत मिलते हैं | मैंने ऐसी ही एक कविता पंजाबी भाषा में लिखी थी | अगर हिन्दी में होती तो ज़रूर साँझी करती | 😚
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धन्यबाद बेटा।
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उत्तम
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बहुत – बहुत धन्यवाद गौरव जी आपका। जो पढकर समझा और प्रोत्साहन दिया।
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आपकी रचनाएं सच में अलग हैं।सबसे अलग।
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Thank you
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Shaandar!!!
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सारी दुनिया में अपने विचारों से छा के रहूंगी। 👍👍👍बिलकुल छा कर रहोगे आप , आप में वो क्षमता है , सुंदर पोस्ट , प्रणाम दीदी🙏🙏🙏🙏
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हमेशा खुश रहिए अजय जी। आपने पढ़ा और मेरा उत्साह बढ़ाया उसके लिये।
धन्यवाद आपका
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🤗🙏🙏🙏
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